बोए जाते है बेटे, उग आती है बेटियाँ
खाद पानी बेटों को, पर लहलहाती है बेटियाँ,
एवरेस्ट तक ठेले जाते है बेटे,पर चढ़ जाती है बेटियाँ
रुलाते है बेटे, और रोती है बेटियाँ
कई तरह से गिराते है बेटे, पर संभाल लेती है बेटियाँ
पढाई करते है बेटे, पर सफलता पाती है बेटियाँ
कुछ भी कहिये, कुछ भी लिखिए
पर अच्छी ही होती है बेटियाँ